एचडीएफसी बैंक किसानों तक पहुंचने के लिए भारत सरकार के ई-एनएएम के साथ एकीकृत

उदयपुर : भारत के सबसे बड़े निजी क्षेत्र के बैंक एचडीएफसी बैंक ने आज भारत सरकार के नेशनल एग्रीकल्चर मार्केट (ई-एनएएम) के साथ एकीकरण की घोषणा की, ताकि विभिन्न ई-एनएएम लाभार्थियों को डिजिटल कलेक्शन और फंड्स का  सेटलमेंट (निपटान) किया जा सके।

कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में नोडल कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में स्माल फार्मर्स एग्री-बिजनेस कंसोर्टियम यानि लघु किसान कृषि-व्यापार संघ (एसएफएसी) के साथ 2016 में शुरू किया गया, ई-एनएएम, एक ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म है जो किसानों, व्यापारियों, एफपीओ और अन्य हितधारकों  के लिए कृषि वस्तुओं के ऑनलाइन लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है। 

प्रबंध निदेशक एसएफएसी नीलकमल दरबारी ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रौद्योगिकी के उपयोग से किसानों के लिए अधिकतम लाभ की संकल्पना की गई है। मुझे उम्मीद है कि एचडीएफसी बैंक के साथ इस गठजोड़ से देश भर के किसानों को लाभ होगा क्योंकि वे अपनी सुविधा के अनुसार व्यापारिक लेनदेन करने में सक्षम होंगे।

कार्यकारी उपाध्यक्ष गर्वनमेंट एंड इंस्टीट्यूशनल बिजनेस एंड गिग बैंकिंग एचडीएफसी बैंक सुनाली  रोहरा  ने कहा कि हम ई-एनएएम प्लेटफॉर्म के लिए अपनी बैंकिंग सेवाओं की पेशकश करने के लिए एसएफएसी के साथ साझेदारी करने का अवसर पाकर खुश हैं। यह हमें किसानों को उनके भुगतान को सहज तरीके से प्राप्त करने में सक्षम बनाता है और उन्हें व्यापार करने में आसानी प्रदान करता है।

परंपरागत रूप से, किसान अपने गांवों से कृषि उपज के साथ निकटतम मंडी तक मीलों की यात्रा करते थे। इस तकनीकी पहल ने देश में कृषि व्यापार में बड़ा बदलाव ला दिया है। वर्तमान में ई-एनएएम देश भर में 1,000 मंडियों के साथ एकीकृत है। एचडीएफसी बैंक ने इस जुड़ाव के तहत ई-एनएएम के साथ एकीकरण के माध्यम से निम्नलिखित कलेक्शन मोड की पेशकश करके ई-एनएएम प्लेटफॉर्म पर व्यापार करने में आसानी को और बेहतर बनाने के लिए एसएफएसी के साथ भागीदारी की हैः मल्टी-नेटबैंकिंग, डेबिट कार्ड, एनईएफटी/आरटीजीएस  एवं  यूपीआई/आईएमपीएस ।

ई-एनएएम प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वाले किसानों को पंजीकृत होने के लिए केवल आवश्यक केवाईसी विवरण अपलोड करने की आवश्यकता है। उनके उत्पाद (लॉट आईडी) और गुणवत्ता परख प्रमाण पत्र का विवरण मंडी द्वारा ई-बोली प्रक्रिया से पहले अपलोड किया जाता है। एक बार बिक्री बिल को अंतिम रूप देने के बाद, वे एचडीएफसी बैंक द्वारा प्रदान की गई मजबूत प्रणाली का उपयोग करके आसानी से भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।

बैंक आगे अपने 5,000 से ज्यादा  शाखा नेटवर्क के साथ किसानों का समर्थन करता है। अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी 50 प्रतिशत से अधिक शाखाओं के साथ, बैंक किसानों और व्यापारियों को अपनी बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच प्रदान करता है, यहां तक कि दूरस्थ भौगोलिक क्षेत्रों में भी, ई-एनईएम प्लेटफॉर्म पर उनकी व्यापारिक गतिविधियों का समर्थन करने के लिए बैंक सेवारत है।

यह एकीकरण न केवल किसानों को बल्कि किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ), कमीशन एजेंटों, संस्थागत खरीदारों और अन्य मंडी स्तर के सेवा प्रदाताओं आदि को भी मदद करता है जो संपूर्ण कृषि मूल्य श्रृंखला का हिस्सा हैं। कलेक्शन के अलावा, प्लेटफॉर्म लाभार्थी के खातों में किसी भी मानवीय हस्तक्षेप के बिना ऑटोमैटिक सेटलमेंट मैकेनिज्म को सक्षम बनाता है।

Related posts:

एक फ्रैंडी ‘खम्मा घणी’ - फ्रैंडी ने उदयपुर में सॉफ्ट लॉन्च कार्यक्रम के जरिये राजस्थान में अपनी परिस...

Sahara paid Rs 3,226 Crore, as maturity to investorsin last 75 days

Colgate-Palmolive launches the first-ever recyclable toothpaste tubes in India

दुनिया में पहली बार: स्पोर्टी, स्मार्ट, शानदार रेनो काइगर ने भारत में अपना कदम रखा

हिन्दुस्तान जिंक द्वारा समाधान परियोजना से जुडें किसानो ने उपलब्ध करायें गेहूं

Fino Payments Bank posts Q4 profit, ends FY20 with positive EBITDA

विधायकों की खरीद फरोख्त पर भाजपा को जोडऩे का प्रयास निंदनीय : कटारिया

जिंक ने राष्ट्रीय बालिका दिवस पर किया जागरूक

ICICI PrudentialLife partners with NSDL Payments Bank to offer insurance products

Aditya Birla Group Cement Flagship Company, UltraTech Cement announces Rs. 5,477 crores investment t...

ICICI Foundation to donate over 100 state-of-the-art dialysis machines

तीर्थंकर पार्श्वनाथ पर जारी होगा डाक टिकट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *