एचडीएफसी बैंक ने एशियामनी बेस्ट बैंक अवार्ड्स में 3 प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते

उदयपुर। एचडीएफसी बैंक ने एशियामनी बेस्ट बैंक अवार्ड्स 2022 में 3 प्रतिष्ठित पुरस्कार जीते हैं। इस साल बैंक को भारत में निम्नलिखित श्रेणियों में सभी बैंकों में नम्बर वन चुना गया। सर्वश्रेष्ठ घरेलू कॉर्पोरेट बैंक, एसएमई के लिए सर्वश्रेष्ठ बैंक एवं विविधता एवं समावेशन के लिए सर्वश्रेष्ठ बैंक।
अपनी वेबसाईट पर मैग्ज़ीन ने लिखा – ‘‘परिसंपत्तियों के मामले में एचडीएफसी बैंक भारत में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा ऋणदाता है। बैंक के पास अपने 70 मिलियन से ज्यादा ग्राहकों की जरूरतों को पूरा करने के लिए विस्तार, प्रक्रियाएं, विशेषज्ञता एवं दूरदर्शिता है। जब महामारी ने बाजारों को जकड़ लिया था, तब ये शक्तियाँ काफी काम आईं। एचडीएफसी बैंक के काम की प्रभावशीलता इसके आकार से प्रभावित नहीं होती, जो इसके समग्र सकल गैरनिष्पादित परिसंपत्ति अनुपात साफ है, जो एक साल पहले 1.32 प्रतिशत के मुकाबले मार्च में घटकर 1.17 प्रतिशत रह गया।
हांगकांग स्थित इस फाईनेंशल मैग्ज़ीन के वार्षिक बेस्ट बैंक्स सर्वे का उद्देश्य यह पहचान करना है कि हर बाजार में किन बैंकों ने पिछले 12 महीनों में अपनी मुख्य बैंकिंग की गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
बाजार के प्रतिभागियों से मिले विस्तृत आवेदनों में से एशियामनी अवार्ड के निर्णय वरिष्ठ पत्रकारों की एक टीम ने अपनी संपादकीय समिति द्वारा बैंकिंग और पूंजी बाजारों के किए गए अध्ययन के आधार पर लिए। वरिष्ठ संपादक हर देश और प्रांत में जाकर मुख्य बैंकर्स से मिले और ग्राहकों एवं प्रतियोगियों का फीडबैक लिया।
सर्वश्रेष्ठ घरेलू कॉर्पोरेट बैंक का निर्णय लेने के दौरान ज्यूरी ने विभिन्न व्यवसायिक क्षेत्रों में एचडीएफसी बैंक की शक्तियों की सराहना की और इसकी कॉर्पोरेट बुक का विशेष उल्लेख किया, जो ग्राहकों के विस्तृत पोर्टफोलियो, जैसे सरकारी स्वामित्व की कंपनियों, दूरसंचार, ऊर्जा, बिजली, धातु, इन्फ्रास्ट्रक्चर, खाद्य एवं कृषि, तथा फार्मास्युटिकल्स के साथ मार्च के अंत तक साल दर साल 16 प्रतिशत बढ़ी।
एचडीएफसी बैंक को बेस्ट बैंक फॉर एसएमई की श्रेणी में भी सर्वोच्च पुरस्कार मिला। ज्यूरी ने पाया कि पिछले सात सालों में इस सेगमेंट के लिए एडवांस 31 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक दर से बढ़े, जिससे इस बाजार पर बैंक का तीक्ष्ण केंद्रण प्रदर्शित होता है। अपने एडिटोरियल में मैग्ज़ीन ने लिखा, ‘‘एचडीएफसी के रोस्टर में लगभग तीन मिलियन एमएसएमई हैं। महामारी के बाद भी इस बुक की क्वालिटी स्थिर रही, तथा मार्च के अंत तक सकल गैरनिष्पादित परिसंपत्ति अनुपात 1.28 प्रतिशत के निम्न स्तर पर रहा। पिछले वित्तवर्ष में एनपीए अनुपात 1.17 प्रतिशत और 2020 के वित्तवर्ष में यह 1.39 प्रतिशत था।
मिडिल मैनेजमेंट में महिलाओं की संख्या बढ़ाने के एचडीएफसी बैंक के प्रयासों की वजह से बैंक को विविधता एवं समावेशन के लिए एशियामनी का पहला पुरस्कार मिला। बैंक में 134,400 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं, जिनमें से 21 प्रतिशत महिलाएं हैं। पिछले एक साल में बैंक ने साल 2025 तक महिलाओं की संख्या बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने के लिए कई कार्यक्रम शुरू किए हैं। इनमें उच्च क्षमता वाली महिला कर्मचारियों को चुनकर उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए एक्सलरेटेड करियर प्रोग्राम शामिल हैं।

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