जार द्वारा पंकज शर्मा का अभिनंदन

पत्रकारों के लंबित प्लॉट प्रकरण का जल्द निस्तारण का दिया आश्वासन
उदयपुर।
जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान जार की उदयपुर इकाई द्वारा उदयपुर जार के सलाहकार सदस्य पंकज शर्मा का राजस्थान सरकार द्वारा राजस्थान पत्रकार और साहित्यकार कल्याण कोष के संचालन हेतु प्रबंध समिति में दो वर्ष के लिए सदस्य मनोनीत किए जाने पर मंगलवार को पगड़ी, शॉल, उपरना ओढ़ाकर स्वागत अभिनंदन किया गया।
अध्यक्ष अजय आचार्य ने बताया कि स्वागत समारोह में पूर्व अध्यक्ष डॉ. तुक्तक भानावत, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भूपेंद्रकुमार चौबीसा, राजेंद्र हिलोरिया, अल्पेश लोढ़ा, आनंद शर्मा, अनिल जैन, रामसिंह चदाना, आमिर शैख सहित कार्यकारिणी के सदस्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर पंकज शर्मा ने अपने उद्बोधन में पत्रकारों की समस्याओं के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता पत्रकारों के लंबित भूखंड आवंटन की समस्या का जल्द से जल्द निस्तारण करवाना रहेगा। इसके लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे और सभी संगठनों को साथ में लेकर सरकार से भूखंड आवंटन करवाएंगे। उन्होंने कहा कि वह स्वयं एक पत्रकार है और वह पत्रकारों का दर्द अच्छे से समझते हैं। इसलिए उन्होंने विश्वास दिलाया कि पत्रकार अब भूखंड आवंटन की चिंताओं से मुक्त हो जाए और वह उनकी तरफ से सरकार के सामने प्रमुखता से पैरवी करेंगे और जल्द से जल्द भूखंड आवंटन करवाएंगे। उन्होंने कहा कि कई पत्रकारों की पात्रता होने के बावजूद उनके अधिस्वीकरण में आ रही समस्याओं का निस्तारण करवाने का भी पुरजोर प्रयास करेंगे। साथ ही ज्यादा से ज्यादा वरिष्ठ पत्रकारों को पेंशन का लाभ मिले इसका भी वह पुरजोर प्रयास करेंगे।

Related posts:

इंदिरा मुर्डिया के जन्मदिवस पखवाड़े के तहत भव्य आयोजन

प्रोफेसर सांरगदेवोत का सम्प्रति संस्थान ने किया अभिनंदन

जिंक स्मेल्टर देबारी में 51वां राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह समापन समारोह आयोजित

ज्ञान प्राप्ति के लिए ध्यान परमोपयोगी

ओसवाल सभा स्पोर्ट्स टूर्नामेन्ट का आगाज

Debari Fire Safety team’s quick emergency response helps avert major crisis

शिविर में 103 यूनिट रक्त संग्रहण

रेडक्लिफ लैब्स ने उदयपुर में सैटेलाइट लैब शुरू की

दरीबा स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स को ब्रिटिश सेफ्टी काउंसिल द्वारा फाइव-स्टार रेटिंग

महाराणा राजसिंह द्वितीय की 279वीं जयन्ती मनाई

निर्जरा भावना, बोद्धि दुर्लभ भावना, धर्म भावना तथा लोक भावना पर कार्यशाला

आदिकाल से ही मेवाड़ कलाओं का संरक्षक, पूर्वजों ने यहां की कलाओं-कलाकारों को आश्रय-प्रोत्साहन देने मे...

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *